मेघालया हनीमून हत्या का सनसनीखेज खुलासा, पत्नी और प्रेमी समेत पांच गिरफ्तार
शिलांग/इंदौर। इंदौर के युवक राजा रघुवंशी की मेघालय हनीमून के दौरान रहस्यमय हत्या का मामला सनसनीखेज मोड़ पर पहुंच गया है। मुख्य आरोपी, राजा की पत्नी सोनम ने पुलिस की पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इस कबूली की शुरुआत एक ड्रामाई वीडियो कॉल से हुई, जहां प्रेमी राज कुशवाह को देखकर सोनम का पूरा बचाव का पुलिंदा चकनाचूर हो गया।
पूरा केस: एक नजर में
- पीड़ित: राजा रघुवंशी (30), इंदौर निवासी, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी।
- मुख्य आरोपी: पत्नी सोनम रघुवंशी और उसका कथित प्रेमी राज कुशवाह।
- कुल गिरफ्तार: 5 लोग (सोनम, राज, विशाल सहित)।
- घटना स्थल: शिलांग, मेघालय (हनीमून के दौरान)।
- गिरफ्तारी स्थल: सोनम - गाजीपुर, यूपी; राज व अन्य - इंदौर।
- आरोप: साजिश रचकर हत्या और गायब होना।
वह ड्रामाई वीडियो कॉल: प्रेमी को देखते ही टूट पड़ी सोनम
पुलिस जांच में सबसे नाटकीय मोड़ तब आया जब गाजीपुर में गिरफ्तार सोनम से पूछताछ चल रही थी। जांचकर्ताओं ने एक चालाक रणनीति अपनाई:
1. शुरुआती हठ: सोनम पुलिस के सवालों को टाल रही थी। वह खुद को पीड़ित और असहाय बताने की कोशिश कर रही थी।
2. कैमरा मोड़: पूछताछ कर रहे अधिकारियों ने सोनम से वीडियो कॉल पर बात करते हुए अचानक कैमरा घुमाकर उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह को दिखाया, जो इंदौर में गिरफ्तार हो चुका था।
3. झटका और कबूलनामा: राज को सामने देखते ही सोनम स्तब्ध रह गई। इसी पल पुलिस ने उसे बताया कि राज और अन्य आरोपी विशाल ने सब कुछ स्वीकार कर लिया है। यह सुनकर सोनम का सारा हौसला टूट गया। वह फोन पर ही रो पड़ी और आखिरकार उसने राजा की हत्या में अपनी शामिलगी को स्वीकार कर लिया।
इस कबूली के बाद शिलांग पुलिस की एक टीम तुरंत सोनम को लेने के लिए गाजीपुर रवाना हो गई।
साजिश का नेटवर्क: इंदौर में सूत, शिलांग में सोता
- दूरियों का खेल: पुलिस का मानना है कि राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश इंदौर में ही रची गई थी। हालांकि, इसे अंजाम दिया गया 2100 किलोमीटर दूर शिलांग में, जहां वे हनीमून मनाने गए थे।
- गिरफ्तारियों का फैलाव: साजिश के इस जाल को दर्शाता है कि मुख्य आरोपी अलग-अलग जगहों से पकड़े गए:
- सोनम: गाजीपुर, यूपी (शिलांग से 1100 किमी दूर)।
- राज कुशवाह और अन्य: इंदौर, मध्य प्रदेश।
- पारिवारिक क्रोध: इस क्रूर हत्या से आहत राजा के परिवार ने सोनम की तस्वीरें फाड़कर जला दीं और सभी आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
सोनम का "17 दिन बेहोश" रहने का दावा: परिवार को नहीं पच रही कहानी
हत्या के बाद के दिनों को लेकर सोनम का बयान परिवार और पुलिस दोनों के लिए ही संदेह पैदा कर रहा है:
- भाई का कॉल: राजा के भाई अर्पित के अनुसार, हत्या के बाद सोनम के भाई गोविंद ने परिवार को फोन कर बताया कि सोनम ने उनसे चर्चा में कहा था कि पति की हत्या के बाद कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था।
- अविश्वसनीय दावा: सोनम ने दावा किया कि वह 17 दिनों तक लगातार बेहोश रही और उसे पता नहीं कि वह गाजीपुर कैसे पहुंची।
- परिवार का सवाल: रघुवंशी परिवार इस दावे पर हैरान और क्रोधित है। उनका सीधा सवाल है: "ऐसी कौन सी दवा होती है जिससे कोई 17 दिन तक बेहोश रहता है?"
- पहले से मिले संकेत? परिवार ने एक और संदिग्ध बात का जिक्र किया। हत्या से पहले सोनम ने अपनी सास से फोन पर बात तो की थी, लेकिन राजा से बात नहीं करवाई। बाद में उसने बस यही कहा कि उसने कॉल किया था। परिवार को यह भी संदेहजनक लगता है कि इतने दिनों तक लापता रहने के बावजूद सोनम का दावा है कि उसे एक बार भी होश नहीं आया।
आगे की कार्रवाई: पूछताछ से और खुलासे की उम्मीद
पांचों गिरफ्तार आरोपियों - सोनम, राज कुशवाह, विशाल और दो अन्य - की गहन पूछताछ जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे और भी चौंकाने वाले खुलासे होंगे:
- हत्या का असली कारण और तरीका क्या था?
- इतनी बड़ी दूरी तय करने और छिपने की पूरी योजना कैसे बनी?
- क्या कोई और भी इस साजिश में शामिल है?
निष्कर्ष: मेघालय हनीमून हत्या मामला एक दर्दनाक बेटरायल और सुनियोजित अपराध की कहानी बयां कर रहा है। सोनम का वीडियो कॉल पर टूटना और अपराध कबूलना मामले में एक अहम मोड़ है। हालांकि, उसके "17 दिन बेहोश रहने" के दावे ने नए सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की जांच और आरोपियों की पूछताछ अब इस भयावह घटना के हर पहलू पर रोशनी डालेगी और न्याय की राह पर ले जाएगी। पीड़ित परिवार फिलहाल सिर्फ एक ही इंसाफ चाहता है - दोषियों को सख्त से सख्त सजा।