थाईलैंड में बड़ा घोटाला: हनी ट्रैप के जरिए 9 बौद्ध भिक्षुओं से 102 करोड़ की वसूली
महिला ने 80,000 अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर भिक्षुओं को ब्लैकमेल किया
थाईलैंड में एक बड़ा सेक्स और ब्लैकमेलिंग घोटाला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने 9 बौद्ध भिक्षुओं के साथ अंतरंग संबंध बनाकर उनसे करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। थाई पुलिस ने आरोपी महिला विलेवन एम्सवाट (उर्फ मिस गोल्फ) को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, महिला ने पिछले तीन सालों में भिक्षुओं से 102 करोड़ रुपए (लगभग 40 मिलियन थाई बहत) की वसूली की।
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प्रतीकात्मक चित्र |
कैसे काम करती थी आरोपी महिला?
विलेवन एम्सवाट ने एक सुनियोजित तरीके से वरिष्ठ और प्रभावशाली बौद्ध भिक्षुओं को अपना निशाना बनाया। उसकी रणनीति निम्नलिखित थी:
1. सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती: विलेवन ने भिक्षुओं से सोशल मीडिया पर संपर्क साधा और धीरे-धीरे उनके करीब आई।
2. रोमांटिक रिश्ते का झांसा: उसने भिक्षुओं से प्यार का दिखावा करके उन्हें अंतरंग संबंध बनाने के लिए राजी किया।
3. अश्लील वीडियो और फोटो बनाना: उसने भिक्षुओं के साथ बनाए गए करीब 80,000 अश्लील वीडियो और फोटो को ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल किया।
4. मोटी रकम की मांग: विलेवन ने भिक्षुओं को धमकी दी कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो वह उनकी वीडियो और तस्वीरें सार्वजनिक कर देगी।
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मामला कैसे खुला?
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब एक वरिष्ठ मठाधीश ने अचानक भिक्षु जीवन त्याग दिया। पता चला कि विलेवन ने उन्हें ब्लैकमेल करके 72 लाख थाई बहत (लगभग 1.8 करोड़ रुपए) की मांग की थी। उसने दावा किया कि वह उस भिक्षु से गर्भवती है और बच्चे के लिए पैसे चाहिए।
इस घटना के बाद थाई पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि कम से कम 9 भिक्षु इस महिला के हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं। सभी भिक्षुओं को भिक्षु संघ से निष्कासित कर दिया गया।
मंदिर के खाते से भी पैसे ट्रांसफर हुए
जांच में यह भी सामने आया कि विलेवन ने मंदिरों के बैंक खातों से पैसे लिए। उत्तरी थाईलैंड के एक मंदिर से उसके खाते में बड़ी रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने उस पर मनी लॉन्ड्रिंग, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं।
अब पूरे देश के भिक्षुओं की होगी जांच
इस मामले ने थाईलैंड में बौद्ध समुदाय को हिला दिया है। थाई पुलिस और बौद्ध धर्म के प्रमुखों ने घोषणा की है कि अब पूरे देश के भिक्षुओं की जांच की जाएगी।
- केंद्रीय जांच ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा, "यह मामला बेहद गंभीर है। हम सभी भिक्षुओं की पृष्ठभूमि और व्यवहार की जांच करेंगे।"
- भिक्षु संघ ने कहा कि अगर कोई भिक्षु नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो उसे तुरंत बाहर निकाल दिया जाएगा।
आरोपी महिला का बयान
गिरफ्तारी के बाद विलेवन ने कहा कि उसने भिक्षुओं को पैसे दिए थे, न कि लिए। हालांकि, पुलिस को उसके खातों में भिक्षुओं और मंदिरों से मिले पैसों के सबूत मिले हैं।
एक भिक्षु ने मीडिया को बताया, "मैं उसके साथ लंबे समय से रिश्ते में था। उसने मुझे एक कार भी दी थी। लेकिन जब मुझे पता चला कि वह किसी और भिक्षु के साथ है, तो उसने मुझसे पैसे मांगने शुरू कर दिए।"
निष्कर्ष
यह मामला थाईलैंड में बौद्ध धर्म और भिक्षुओं की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। इस घटना के बाद देश में धार्मिक संस्थानों में पारदर्शिता और अनुशासन को लेकर नए नियम बनाए जा सकते हैं।