लीला साहू की मेहनत रंग लाई, गांव में सड़क निर्माण शुरू
गर्भवती महिला के संघर्ष ने बदली गांव की तस्वीर
सीधी, मध्य प्रदेश – सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर लीला साहू के लगातार प्रयासों के बाद आखिरकार उनके गांव में सड़क निर्माण का काम शुरू हो गया है। गर्भवती लीला ने खुद एक वीडियो बनाकर इसकी जानकारी दी और अपनी खुशी जाहिर की।
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Image social media |
खराब सड़कों ने बढ़ाई मुश्किलें
लीला साहू मध्य प्रदेश के सीधी जिले के रामपुर नैकिन विकासखंड के खड्डी खुर्द गांव की रहने वाली हैं। उनके गांव से गजरी तक जाने वाला रास्ता बेहद जर्जर था, जिससे गर्भवती महिलाओं समेत सभी ग्रामीणों को परेशानी हो रही थी। लीला ने बताया कि एंबुलेंस भी इस खराब सड़क के कारण उनके घर तक नहीं पहुंच पाती थी।
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एक साल तक चला संघर्ष
लीला ने इस समस्या को लेकर पिछले एक साल से लगातार प्रयास किए। उन्होंने सीधी के कलेक्टर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री मोहन यादव और सांसद राजेश मिश्रा तक को पत्र लिखकर मांग की कि गांव की सड़क का निर्माण किया जाए।
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हालांकि, जब किसी ने उनकी बात नहीं सुनी, तो लीला ने सोशल मीडिया का सहारा लिया। उन्होंने एक वीडियो बनाकर अपनी और गांव की 6 अन्य गर्भवती महिलाओं की दिक्कतों को उजागर किया। यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और सरकार के लिए बड़ा सवाल बन गया।
नेताओं के विवादित बयानों ने बढ़ाई आग
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब राज्य के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और सांसद राजेश मिश्रा ने लीला के मुद्दे पर विवादित बयान दिए। सांसद मिश्रा ने तो यहां तक कहा – "लीला साहू, आप अपनी प्रेग्नेंसी की डेट बताओ, हम आपको एक हफ्ता पहले उठवा लेंगे..."
इन बयानों की वजह से सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और सरकार को आखिरकार कार्रवाई करनी पड़ी।
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आखिरकार शुरू हुआ सड़क निर्माण
जनदबाव के बाद अब जिला प्रशासन ने गांव में सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया है। लीला ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें JCB मशीन और रोलर से सड़क बनते हुए दिखाया गया है।
लीला ने कहा – "हमारी मेहनत रंग लाई है। अब एंबुलेंस गांव तक पहुंच सकेगी। ये हम सभी ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत की बात है।"
निष्कर्ष
लीला साहू की लगातार कोशिशों ने साबित किया कि अगर इंसान ठान ले, तो बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाला जा सकता है। उनके संघर्ष ने न सिर्फ उनके गांव की समस्या को हल किया, बल्कि ये भी दिखाया कि सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करके आम लोग भी बदलाव ला सकते हैं।